माता-पिता के लिए खुशखबरी! बच्चों का आधार अपडेट कराने पर नहीं देना होगा ₹1 भी – जानिए पूरी प्रक्रिया और अंतिम तारीख
भारत में आधार कार्ड हर नागरिक की पहचान का प्रमुख दस्तावेज बन चुका है। यह न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए जरूरी है बल्कि स्कूल एडमिशन, छात्रवृत्ति आवेदन, बैंकिंग सेवाओं और पासपोर्ट जैसी कई प्रक्रियाओं में भी आवश्यक होता है। हाल ही में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड से जुड़े कुछ अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों में सबसे बड़ी राहत बच्चों के माता-पिता को मिली है — अब वे अपने बच्चों के बायोमेट्रिक आधार अपडेट को पूरी तरह मुफ्त में करा सकते हैं। UIDAI ने यह सुविधा देशभर में लागू कर दी है, जिससे लगभग 6 करोड़ बच्चों को सीधा लाभ मिलेगा। यह सुविधा सीमित अवधि के लिए है, इसलिए माता-पिता को समय रहते अपने बच्चों का आधार अपडेट जरूर कराना चाहिए।
बच्चों के लिए मुफ्त आधार अपडेट: UIDAI की नई पहल
UIDAI की यह घोषणा बच्चों के माता-पिता के लिए बड़ी राहत है। अब 5 साल से लेकर 17 साल तक के बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। पहले आधार केंद्रों पर इस प्रक्रिया के लिए शुल्क देना पड़ता था, लेकिन अब यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क कर दी गई है।
UIDAI के अनुसार, यह सुविधा 1 अक्टूबर 2025 से लागू की गई है और यह एक वर्ष तक प्रभावी रहेगी। यानी, अभिभावक 30 सितंबर 2026 तक अपने बच्चों का मुफ्त अपडेट करा सकते हैं।

मुफ्त आधार अपडेट का लाभ कौन ले सकता है
इस सुविधा का लाभ उन सभी बच्चों को मिलेगा जिनकी उम्र 5 से 17 वर्ष के बीच है। UIDAI का यह निर्णय बच्चों के विकास और पहचान की सटीकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
- 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए “बाल आधार (Baal Aadhaar)” बनाया जाता है, जिसमें बायोमेट्रिक विवरण नहीं लिया जाता।
- जब बच्चा 5 वर्ष का हो जाता है, तो उसके फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन लिए जाते हैं।
- 15 वर्ष की उम्र पूरी होने पर UIDAI ने दूसरी बार बायोमेट्रिक अपडेट कराने की सलाह दी है ताकि विवरण सटीक बना रहे।
क्यों जरूरी है बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट कराना
आधार कार्ड में दर्ज बायोमेट्रिक जानकारी व्यक्ति की पहचान का मुख्य आधार होती है। बच्चों की उम्र के साथ उनकी बायोमेट्रिक विशेषताएं जैसे फिंगरप्रिंट और आईरिस में बदलाव होता है। इसलिए, UIDAI समय-समय पर अपडेट करने की सलाह देता है।
बायोमेट्रिक अपडेट न कराने पर कई समस्याएं हो सकती हैं:
- सरकारी योजनाओं या छात्रवृत्तियों में आवेदन करते समय पहचान सत्यापन असफल हो सकता है।
- बैंक खाते से आधार लिंक करने में दिक्कतें आ सकती हैं।
- सरकारी पोर्टलों पर ऑथेंटिकेशन फेल होने की संभावना रहती है।
बच्चों का आधार मुफ्त में कैसे अपडेट करें
UIDAI ने बच्चों का आधार अपडेट कराने की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया है। यहां जानिए पूरी प्रक्रिया:
1. अपॉइंटमेंट बुक करें
- UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://uidai.gov.in पर जाएं।
- “Book an Appointment” विकल्प चुनें।
- अपने नजदीकी आधार सेवा केंद्र (Aadhaar Seva Kendra) का चयन करें।
2. आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें
- बच्चे का मूल आधार कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल का आईडी प्रूफ
- माता-पिता का आधार कार्ड
3. केंद्र पर जाकर बायोमेट्रिक अपडेट कराएं
- केंद्र पर जाकर बच्चे के फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन करवाएं।
- जानकारी की जांच कर कन्फर्मेशन स्लिप प्राप्त करें।
- 7-10 दिनों के भीतर अपडेटेड आधार डाउनलोड कर सकते हैं।
UIDAI के इस फैसले से क्या होगा लाभ
UIDAI का यह कदम बच्चों के आधार डेटा को सटीक बनाए रखने में मदद करेगा। साथ ही, गरीब और ग्रामीण परिवारों को इससे आर्थिक राहत मिलेगी क्योंकि पहले बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए ₹50 से ₹100 तक का शुल्क देना पड़ता था।
इसके अलावा, इस कदम से
- स्कूलों में ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया आसान होगी।
- छात्रवृत्ति और सरकारी योजनाओं में आधार सत्यापन में तेजी आएगी।
- भविष्य में पहचान संबंधी विवादों में कमी आएगी।
UIDAI का उद्देश्य और डिजिटल पहचान की मजबूती
UIDAI का मुख्य उद्देश्य हर नागरिक को सटीक और अपडेटेड डिजिटल पहचान प्रदान करना है। भारत में करीब 1.4 अरब से अधिक लोगों के पास आधार है। अब बच्चों के अपडेटेड बायोमेट्रिक डेटा के साथ देश में डिजिटल पहचान प्रणाली और भी मजबूत होगी।
यह कदम “डिजिटल इंडिया मिशन” को नई गति देगा, क्योंकि अब बच्चों की पहचान शुरू से ही डिजिटल रिकॉर्ड में सटीक दर्ज होगी।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. बच्चों के आधार का मुफ्त अपडेट कब तक किया जा सकता है?
UIDAI के अनुसार, यह सुविधा 1 अक्टूबर 2025 से 30 सितंबर 2026 तक उपलब्ध रहेगी। इस अवधि में 5 से 17 वर्ष तक के बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट बिना किसी शुल्क के कराया जा सकता है।
2. क्या बाल आधार के लिए भी बायोमेट्रिक अपडेट जरूरी है?
जी हां, बाल आधार में शुरू में बायोमेट्रिक नहीं लिया जाता, लेकिन बच्चे की उम्र 5 वर्ष पूरी होने पर बायोमेट्रिक विवरण देना आवश्यक है। यह प्रक्रिया मुफ्त में कराई जा सकती है।
3. क्या ऑनलाइन आधार अपडेट कराया जा सकता है?
बायोमेट्रिक अपडेट ऑनलाइन नहीं होता। इसके लिए आपको निकटतम आधार सेवा केंद्र या CSC केंद्र पर जाकर प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
4. अगर बच्चे का आधार पहले से अपडेट है, तो क्या फिर से करवाना जरूरी है?
अगर पिछला बायोमेट्रिक अपडेट 5 या 15 वर्ष की उम्र पर नहीं हुआ है, तो इसे फिर से कराना जरूरी है। UIDAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, यह प्रक्रिया बच्चे के विकास के साथ दो बार जरूरी है।
5. क्या इस सेवा के लिए कोई फॉर्म या शुल्क देना होगा?
नहीं, यह सेवा पूरी तरह निःशुल्क है। किसी भी प्रकार का फॉर्म शुल्क या अपडेट चार्ज नहीं लिया जाएगा। केवल आधार केंद्र जाकर बायोमेट्रिक प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
निष्कर्ष
UIDAI का यह निर्णय समाज के हर वर्ग के लिए राहतभरा है। अब माता-पिता अपने बच्चों का आधार अपडेट निःशुल्क करा सकते हैं, जिससे न केवल समय बल्कि पैसा भी बचेगा। यह कदम बच्चों की पहचान को सुरक्षित और सटीक बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा सुधार है। डिजिटल इंडिया की दिशा में यह एक और महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।
