आधार कार्ड बायोमेट्रिक अपडेट – अब फ्री! कौन ले सकता है फायदा और क्या हैं जरूरी नियम?
भारत में आधार कार्ड हर नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज बन चुका है। सरकारी योजनाओं से लेकर बैंकिंग सेवाओं तक, लगभग हर जगह इसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में यदि आधार में दर्ज बायोमेट्रिक विवरण सही न हों, तो कई महत्वपूर्ण सेवाएं बाधित हो सकती हैं। इसी समस्या को देखते हुए UIDAI ने बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला लेते हुए आधार बायोमेट्रिक अपडेट को एक वर्ष के लिए पूरी तरह निशुल्क कर दिया है। यह कदम खासतौर पर उन बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है जो 5 वर्ष और 15 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं, क्योंकि इन दोनों ही चरणों पर बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य होता है। पहचान के विकसित होते फीचर्स के कारण इन उम्रों पर अपडेट से भविष्य में दस्तावेज़ सत्यापन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती। UIDAI का उद्देश्य है कि हर बच्चे का आधार पूरी तरह अपडेट रहे और वे सरकारी एवं अन्य सेवाओं का सुचारू रूप से लाभ ले सकें। नीचे इस पूरी प्रक्रिया, नियम और लाभ की विस्तृत जानकारी दी गई है।
UIDAI Aadhaar Card Update: क्या है नई घोषणा?
यूआईडीएआई (UIDAI) ने 2025 में एक बड़ा कदम उठाया है, जिसके तहत बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट पूरी तरह निशुल्क कर दिया गया है। यह सुविधा 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हो चुकी है और 30 सितंबर 2026 तक लागू रहेगी। इस अवधि में 5 और 15 साल की उम्र वाले सभी बच्चों के माता-पिता बायोमेट्रिक अपडेट बिना किसी शुल्क के करा सकेंगे।
इस निर्णय से लगभग 6 करोड़ बच्चों को सीधा लाभ मिलेगा। UIDAI का मानना है कि बच्चों की पहचान को सही और अद्यतित रखना आने वाले वर्षों में उन्हें विभिन्न सेवाओं तक निर्बाध पहुंच दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
क्यों जरूरी है बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट?
जब बच्चा पहली बार आधार कार्ड बनवाता है, तब उसकी बायोमेट्रिक पहचान (फिंगरप्रिंट, आईरिस, फोटो) नहीं ली जाती। इसका कारण है कि छोटे बच्चों के बायोमेट्रिक फीचर्स अभी विकसित नहीं होते। इसी वजह से UIDAI ने 5 और 15 वर्ष की उम्र पर अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट की प्रक्रिया लागू की है।
5 वर्ष पर अपडेट क्यों?
- इस उम्र तक बच्चे के फिंगरप्रिंट काफी विकसित हो जाते हैं।
- आईरिस पैटर्न भी स्थिर होने लगता है।
- फोटो भी स्पष्ट पहचान देता है।
15 वर्ष पर अपडेट क्यों?
इस उम्र तक बच्चा किशोरावस्था में पहुँच जाता है, जहां उसके चेहरे के फीचर्स, उंगलियों के निशान और आईरिस स्थायी रूप से विकसित होते हैं।
यदि इस चरण पर बायोमेट्रिक अपडेट न करवाया जाए, तो भविष्य में हो सकता है—
- सरकारी योजनाओं का लाभ रुक जाए
- बैंक सत्यापन में समस्या
- पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज़ों में दिक्कत
- स्कूल/कॉलेज पहचान सत्यापन में अड़चन

UIDAI और Behavioural Insights Limited (BIT) की साझेदारी
बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट की प्रक्रिया को सरल बनाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए UIDAI ने BIT के साथ साझेदारी की है।
इस साझेदारी के प्रमुख उद्देश्य:
- माता-पिता को समय पर बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए प्रेरित करना
- प्रक्रिया को सरल और समझने योग्य बनाना
- व्यवहार और मनोवैज्ञानिक बाधाओं (जैसे समय की कमी, जानकारी की कमी, भ्रम आदि) को दूर करना
- देशभर में जागरूकता अभियान चलाना
UIDAI का कहना है कि समय पर अपडेट होने से बच्चे भविष्य में किसी भी सरकारी योजना या डिजिटल सत्यापन में बाधारहित पहचान प्राप्त कर पाएंगे।
कब से कब तक मुफ्त रहेगा बायोमेट्रिक अपडेट?
नई सुविधा के तहत:
| आयु वर्ग | फीस (पहले) | फीस (अब) | अवधि |
|---|---|---|---|
| 5 वर्ष पूरे करने वाले बच्चे | ₹50 | निशुल्क | 1 अक्टूबर 2025 – 30 सितंबर 2026 |
| 15 वर्ष पूरे करने वाले बच्चे | ₹50 | निशुल्क | 1 अक्टूबर 2025 – 30 सितंबर 2026 |
नोट: यह शुल्क माफी केवल बायोमेट्रिक अपडेट पर लागू है। अन्य अपडेट्स जैसे पता, मोबाइल नंबर आदि पर सामान्य शुल्क लागू रहेगा।
कहां करवा सकते हैं फ्री बायोमेट्रिक अपडेट?
माता-पिता अपने बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट निम्न स्थानों पर करा सकते हैं:
- आधार सेवा केंद्र (Aadhaar Seva Kendra)
- आधार नामांकन केंद्र (Enrollment Centers)
- डाकघर आधारित आधार केंद्र (Post Office Aadhaar Centers)
आवश्यक दस्तावेज:
- बच्चे का आधार नंबर
- पहचान की प्राथमिक जानकारी
- माता-पिता में से एक का वैध आधार
बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट कराने की प्रक्रिया
स्टेप 1: नजदीकी आधार केंद्र खोजें
UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप पर जाकर आधार केंद्र का पता खोजें।
स्टेप 2: दस्तावेज़ साथ लेकर जाएं
- बच्चे का आधार
- माता-पिता का पहचान दस्तावेज
स्टेप 3: बायोमेट्रिक अपडेट
केंद्र पर बच्चे के—
- फिंगरप्रिंट
- आईरिस स्कैन
- नई फोटो
लिया जाएगा।
स्टेप 4: रिसीट प्राप्त करें
अपडेट के सफल होने के बाद SRN या URN नंबर मिलेगा, जिससे आप स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।
समय पर बायोमेट्रिक अपडेट न कराने के नुकसान
यदि बच्चे का बायोमेट्रिक समय पर अपडेट नहीं होता, तो भविष्य में कई सेवाओं में परेशानी हो सकती है:
- सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा
- आधार आधारित eKYC फेल हो सकता है
- स्कूल/कॉलेज एडमिशन में समस्या
- बैंक खाता खोलने में कठिनाई
- पासपोर्ट आवेदन रिजेक्ट हो सकता है
- सरकारी छात्रवृत्तियों में अड़चन
UIDAI का संदेश: क्यों यह कदम महत्वपूर्ण है?
UIDAI का मानना है कि बच्चों के विकसित होते बायोमेट्रिक फीचर्स को समय पर अपडेट करने से भविष्य में पहचान सम्बंधित किसी भी समस्या से बचा जा सकता है।
इस नई फीस माफी पहल का उद्देश्य है—
- अधिक बच्चों को आधार अपडेट प्रक्रिया में शामिल करना
- माता-पिता पर आर्थिक बोझ कम करना
- सिस्टम को मजबूत और अद्यतन बनाना
FAQs – लोग ये भी पूछते हैं
1. बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट फ्री क्यों किया गया है?
UIDAI ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि अधिक से अधिक माता-पिता बच्चों का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट समय पर करा सकें। 5 और 15 वर्ष की उम्र पर बायोमेट्रिक फीचर्स विकसित हो जाते हैं, जिससे आधार की पहचान सटीक बनती है। शुल्क माफी से लगभग 6 करोड़ बच्चे लाभान्वित होंगे और यह प्रक्रिया माता-पिता के लिए आसान और किफायती हो जाएगी। इससे भविष्य में सरकारी सेवाएं लेने में कोई समस्या नहीं आएगी।
2. किन बच्चों को बायोमेट्रिक अपडेट मुफ्त मिलेगा?
यह सुविधा सिर्फ उन बच्चों के लिए उपलब्ध है जो 5 वर्ष या 15 वर्ष की आयु पूरी कर रहे हैं। इन उम्रों में अपडेट करना अनिवार्य होता है। अन्य आयु वर्ग वाले बच्चों या वयस्कों के लिए यह सुविधा लागू नहीं है। साथ ही यह सुविधा केवल 1 अक्टूबर 2025 से 30 सितंबर 2026 तक ही मान्य है।
3. क्या पता या मोबाइल नंबर अपडेट भी फ्री है?
नहीं। UIDAI ने सिर्फ बायोमेट्रिक अपडेट को निशुल्क किया है। पता बदलने, मोबाइल नंबर अपडेट करने या अन्य विवरण बदलने पर सामान्य शुल्क लागू रहेगा। इसलिए इस ऑफर का लाभ केवल बायोमेट्रिक अपडेट तक ही सीमित है।
4. बायोमेट्रिक अपडेट के लिए कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
इस प्रक्रिया के लिए बच्चे का आधार नंबर और पहचान की प्राथमिक जानकारी ही पर्याप्त है। साथ ही माता-पिता में से किसी एक का वैध आधार कार्ड पहचान सत्यापन के लिए जरूरी है। किसी भी जटिल दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होती।
5. बायोमेट्रिक अपडेट न कराने पर क्या समस्याएं आ सकती हैं?
यदि बच्चे का बायोमेट्रिक अपडेट समय पर नहीं होगा, तो भविष्य में कई सेवाओं का लाभ रुक सकता है। सरकारी योजनाएं, छात्रवृत्ति, बैंकिंग सेवाएं और eKYC आधारित सत्यापन सभी प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए UIDAI ने इस अपडेट को अनिवार्य रखा है ताकि आगे किसी भी प्रकार की पहचान समस्या न आए।
MCQ Quiz (उत्तर सहित)
Q1. UIDAI ने बायोमेट्रिक अपडेट कब से फ्री किया है?
A. 1 जून 2025
B. 1 अक्टूबर 2025
C. 1 जनवरी 2026
D. 15 अगस्त 2025
उत्तर: B
Q2. बायोमेट्रिक अपडेट किस उम्र पर अनिवार्य है?
A. 3 और 10 वर्ष
B. 5 और 15 वर्ष
C. 7 और 21 वर्ष
D. 2 और 8 वर्ष
उत्तर: B
Q3. मुफ्त अपडेट सुविधा किस वर्ष तक लागू है?
A. 2027
B. 2024
C. 2026
D. 2029
उत्तर: C
Q4. बायोमेट्रिक अपडेट के लिए क्या जरूरी है?
A. पासपोर्ट
B. पैन कार्ड
C. बच्चे का आधार और पहचान की जानकारी
D. राशन कार्ड
उत्तर: C
Q5. UIDAI ने किसके साथ साझेदारी की है?
A. SBI
B. BIT
C. RBI
D. NIC
उत्तर: B
Conclusion – निष्कर्ष
UIDAI का यह निर्णय बच्चों के आधार अपडेट को आसान, सुलभ और किफायती बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पहचान सत्यापन को मजबूत करने और सरकारी सेवाओं तक सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 5 और 15 वर्ष की आयु पर बायोमेट्रिक अपडेट बेहद जरूरी है। एक वर्ष तक शुल्क माफी मिलने से माता-पिता पर आर्थिक बोझ कम होगा और देशभर के करोड़ों बच्चों को सही पहचान मिलने का लाभ मिलेगा। यदि आपका बच्चा इन आयु वर्गों में आता है, तो निश्चित रूप से मुफ्त सेवाओं का लाभ उठाएं और समय पर बायोमेट्रिक अपडेट करवाएं।
