130 करोड़ भारतीयों के लिए जरूरी अलर्ट: पुराना नंबर खो गया? बिना भागदौड़ और बिना आईडी प्रूफ के नए एप से ऐसे करें तुरंत लिंक, देखें स्टेप्स।
क्या आप भी आधार सेवा केंद्रों (Aadhar Seva Kendra) के बाहर लगी लंबी कतारों से परेशान हो चुके हैं? क्या एक छोटे से मोबाइल नंबर अपडेट के लिए घंटों इंतजार करना आपको थका देता है? अगर आपका जवाब ‘हां’ है, तो आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। भारत सरकार और UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने डिजिटल इंडिया मुहीम के तहत एक ऐसी क्रांतिकारी सेवा शुरू की है, जो आपकी इन तमाम परेशानियों को हमेशा के लिए खत्म कर देगी।
अब आपको अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर बदलने या अपडेट करने के लिए किसी भी सेंटर पर जाने की जरूरत नहीं है, और न ही आपको किसी पहचान पत्र या एड्रेस प्रूफ जैसे भारी-भरकम दस्तावेजों की आवश्यकता है। यह सब कुछ अब आपके स्मार्टफोन के जरिए घर बैठे संभव हो गया है। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि नया आधार एप कैसे काम करता है, ‘फेस ऑथेंटिकेशन’ (Face Authentication) तकनीक क्या है और आप स्टेप-बाय-स्टेप कैसे मिनटों में अपना नंबर बदल सकते हैं। यह जानकारी न केवल आपका समय बचाएगी, बल्कि आपको डिजिटल रूप से सशक्त भी बनाएगी।

UIDAI की नई डिजिटल क्रांति: घर बैठे आधार अपडेट
आधार कार्ड आज के समय में सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि हर भारतीय नागरिक के वित्तीय और सामाजिक जीवन की चाबी बन चुका है। बैंक खाता खोलने से लेकर इनकम टैक्स रिटर्न भरने तक, और सरकारी राशन लेने से लेकर सिम कार्ड खरीदने तक—हर जगह आधार और उससे जुड़े मोबाइल नंबर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में, UIDAI द्वारा लॉन्च की गई यह नई सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है।
सरकार ने नए ‘आधार एप’ (New Aadhar App) में मोबाइल नंबर अपडेट करने की सुविधा को लाइव कर दिया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जल्द ही इसी एप के जरिए आप अपना नाम (Name), पता (Address) और ईमेल आईडी (Email ID) भी बदल सकेंगे। यह बदलाव विशेष रूप से उन लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित होगा जो अपने गृह नगर से दूर बड़े शहरों में नौकरी करते हैं या बुजुर्ग हैं, जिनके लिए बार-बार एनरोलमेंट सेंटर जाना संभव नहीं होता।
बिना डॉक्यूमेंट के कैसे होगा काम? (Face Authentication Technology)
शायद आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि बिना किसी डॉक्यूमेंट के वेरिफिकेशन कैसे होगा? इसका जवाब है— फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी।
पहले जब आप आधार सेंटर जाते थे, तो वहां आपकी उंगलियों के निशान (Biometric Fingerprint) और आंखों की पुतली (Iris Scan) स्कैन की जाती थी। लेकिन नई व्यवस्था में UIDAI ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग का उपयोग करते हुए ‘फेस ऑथेंटिकेशन’ को मान्यता दी है।
यह तकनीक आपके स्मार्टफोन के कैमरे का उपयोग करके आपके चेहरे को स्कैन करती है और UIDAI के डेटाबेस में मौजूद आपकी पुरानी फोटो से उसका मिलान करती है। जैसे ही आपका चेहरा मैच हो जाता है, सिस्टम यह मान लेता है कि आप ही असली आधार कार्ड धारक हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित, एन्क्रिप्टेड और तेज है। इससे न केवल कागजी कार्रवाई खत्म होती है, बल्कि फर्जीवाड़े की गुंजाइश भी न के बराबर रह जाती है।

नए एप का उपयोग करके मोबाइल नंबर अपडेट करने की विस्तृत प्रक्रिया (Step-by-Step Guide)
अगर आप टेक्नोलॉजी में बहुत ज्यादा माहिर नहीं हैं, तो भी घबराने की जरूरत नहीं है। UIDAI ने इस एप का इंटरफेस इतना सरल बनाया है कि कोई भी सामान्य व्यक्ति इसका इस्तेमाल कर सकता है। नीचे दी गई प्रक्रिया को ध्यान से पढ़ें और फॉलो करें:
चरण 1: एप डाउनलोड और इंस्टॉलेशन
सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन (Android या iPhone) पर आधिकारिक ‘AADHAAR’ एप डाउनलोड करना होगा। ध्यान रहे कि गूगल प्ले स्टोर पर कई फर्जी एप्स भी मौजूद हैं, इसलिए केवल UIDAI द्वारा पब्लिश किया गया एप ही डाउनलोड करें।
चरण 2: रजिस्ट्रेशन और लॉगिन
एप को ओपन करने के बाद आपको ‘Login’ विकल्प पर क्लिक करना होगा। यहां आपको अपना 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज करना होगा। सुरक्षा के लिए एक कैप्चा कोड भरना होगा। इसके बाद आपके उस नंबर पर OTP (वन टाइम पासवर्ड) आएगा जो पहले से लिंक है (अगर कोई नंबर लिंक है तो)। अगर कोई नंबर लिंक नहीं है, तो पहली बार के लिए आपको एक बार सेंटर जाना पड़ सकता है, लेकिन अगर आप नंबर बदल रहे हैं, तो यह एप काम करेगा।
चरण 3: ‘माय आधार अपडेट’ (My Aadhar Update) सेक्शन
लॉगिन करने के बाद आपको एप के होमपेज पर कई विकल्प दिखेंगे। आपको नीचे स्क्रॉल करना है और ‘Services’ टैब में जाना है। वहां आपको ‘My Aadhar Update’ का विकल्प मिलेगा। इस पर क्लिक करें।
चरण 4: मोबाइल नंबर का चयन
अपडेट सेक्शन में आपको मोबाइल नंबर, नाम, पता और ईमेल के विकल्प दिखेंगे। फिलहाल मोबाइल नंबर अपडेट की सेवा सबसे सुचारू रूप से चल रही है। ‘Mobile Number Update’ पर क्लिक करें।
चरण 5: नया नंबर और वेरिफिकेशन
अब सिस्टम आपसे वह नया मोबाइल नंबर मांगेगा जिसे आप लिंक करना चाहते हैं। नया नंबर डालने के बाद उस पर एक OTP आएगा। इसे वेरीफाई करें।
चरण 6: फेस ऑथेंटिकेशन (सबसे महत्वपूर्ण चरण)
यह इस प्रक्रिया का सबसे अहम हिस्सा है। एप आपसे कैमरा एक्सेस मांगेगा। आपको अपने फोन के फ्रंट कैमरे के सामने अपना चेहरा लाना होगा। एप आपको निर्देश देगा—जैसे “आंखें झपकाएं” (Blink your eyes)। यह ‘लाइवनेस चेक’ (Liveness Check) होता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई आपकी फोटो का इस्तेमाल नहीं कर रहा है, बल्कि आप खुद वहां मौजूद हैं।
चरण 7: शुल्क भुगतान (Fee Payment)
सुविधा का लाभ उठाने के लिए एक निर्धारित शुल्क देना होगा। वर्तमान में मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए ₹75 (75 रुपये) का शुल्क तय किया गया है। आप यह पेमेंट UPI, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के जरिए कर सकते हैं।
चरण 8: रसीद और ट्रैकिंग
पेमेंट सफल होते ही आपको एक URN (Update Request Number) मिल जाएगा। इसके जरिए आप अपनी रिक्वेस्ट का स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं। आमतौर पर 24 से 72 घंटों के भीतर डेटा अपडेट हो जाता है।
आधार सेंटर बनाम नया डिजिटल एप: क्या बेहतर है?
निर्णय लेने में आपकी मदद करने के लिए, हमने पारंपरिक तरीके और नई डिजिटल विधि के बीच एक विस्तृत तुलना तैयार की है:
| विशेषता (Feature) | आधार सेवा केंद्र (Traditional Method) | नया आधार एप (New App Method) |
| सुविधा (Convenience) | केंद्र पर शारीरिक रूप से जाना पड़ता है। | घर बैठे, ऑफिस या कहीं से भी संभव। |
| दस्तावेज़ (Documents) | फॉर्म भरना और आईडी प्रूफ की जरूरत हो सकती है। | शून्य (Zero Documents Required)। |
| समय (Time) | आने-जाने और लाइन में लगने में 2-4 घंटे। | कुल प्रक्रिया में मात्र 5-10 मिनट। |
| सत्यापन (Verification) | बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट/आइरिस) | फेस ऑथेंटिकेशन (Face Auth)। |
| भीड़ (Crowd) | अक्सर लंबी कतारें होती हैं। | कोई कतार नहीं, इंस्टेंट सर्विस। |
| उपयोगकर्ता (User) | सभी के लिए। | जिनके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट है। |
आधार मोबाइल लिंक होना क्यों अनिवार्य है? (Why it is Critical?)
आज के डिजिटल युग में, यदि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, तो आप वास्तव में डिजिटल दुनिया से कटे हुए हैं। यह केवल एक नंबर अपडेट नहीं है, बल्कि यह आपकी वित्तीय सुरक्षा का मामला है।
- बैंकिंग धोखाधड़ी से सुरक्षा: जब भी आपके बैंक खाते से कोई लेन-देन होता है, तो उसका अलर्ट आपके आधार-लिंक्ड नंबर पर आता है। यदि नंबर अपडेट नहीं है, तो आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
- सरकारी सब्सिडी (DBT): गैस सब्सिडी, पीएम किसान सम्मान निधि, या छात्रवृत्ति—ये सभी पैसे सीधे बैंक खाते में आते हैं और इसका वेरिफिकेशन आधार-लिंक्ड नंबर पर आए OTP से होता है।
- आयकर रिटर्न (ITR) वेरिफिकेशन: अब ITR वेरीफाई करने के लिए फॉर्म को बैंगलोर भेजने की जरूरत नहीं पड़ती। आधार OTP के जरिए यह ई-वेरीफाई (e-Verify) हो जाता है।
- डिजीलॉकर (DigiLocker) का उपयोग: ड्राइविंग लाइसेंस, मार्कशीट और अन्य दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए डिजीलॉकर का उपयोग करने हेतु आधार-मोबाइल लिंकिंग अनिवार्य है।
नया एप: प्राइवेसी और सुरक्षा में कितना दम?
अक्सर लोगों को यह चिंता होती है कि क्या मोबाइल एप पर उनका डेटा सुरक्षित है? UIDAI ने इस नए एप को ‘Privacy-First’ (गोपनीयता-सर्वप्रथम) की नीति पर बनाया है।
- सिलेक्टिव डिस्क्लोजर (Selective Disclosure): पुराने तरीकों में जब आप अपनी आईडी की फोटोकॉपी देते थे, तो उसमें सारी जानकारी (पता, जन्मतिथि) दिखती थी। इस एप के जरिए आप सिर्फ उतनी ही जानकारी शेयर कर सकते हैं जितनी सामने वाले को चाहिए। उदाहरण के लिए, उम्र सत्यापित करने के लिए सिर्फ जन्म का वर्ष शेयर किया जा सकता है, पूरा पता नहीं।
- बायोमेट्रिक लॉक: एप में एक खास फीचर है जिससे आप अपना बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट) लॉक कर सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर कोई आपके फिंगरप्रिंट का क्लोन भी बना ले, तो भी वह आपके आधार का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा जब तक कि आप एप से उसे अनलॉक न करें।
भविष्य की योजनाएं: नाम और पते में बदलाव
UIDAI ने स्पष्ट किया है कि मोबाइल नंबर अपडेट की सफलता के बाद, अगला चरण एड्रेस (Address) और नाम (Name) सुधार का है। यह उन लाखों प्रवासियों (Migrants) के लिए वरदान होगा जो किराए के मकान बदलते रहते हैं। अभी एड्रेस बदलने के लिए रेंट एग्रीमेंट या गैजेटेड ऑफिसर का लेटर चाहिए होता है, लेकिन भविष्य में एप के जरिए जियो-लोकेशन (Geo-location) और फेस ऑथेंटिकेशन के आधार पर इसे आसान बनाया जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
UIDAI का नया आधार एप और फेस ऑथेंटिकेशन फीचर डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। यह न केवल आम आदमी को कतारों से मुक्ति दिलाता है, बल्कि पूरी व्यवस्था को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाता है। ₹75 का शुल्क उस समय और ऊर्जा के मुकाबले बहुत कम है जो आप आधार केंद्र जाने में खर्च करते थे।
हमारा सुझाव: यदि आपका या आपके परिवार के किसी सदस्य का मोबाइल नंबर पुराना हो चुका है या बंद हो गया है, तो आज ही इस एप को डाउनलोड करें और अपनी जानकारी अपडेट करें। डिजिटल बनें, सुरक्षित रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (People Also Ask – FAQs)
Q1. क्या आधार एप से मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए कोई डॉक्यूमेंट अपलोड करना पड़ता है?
नहीं, नए आधार एप के माध्यम से मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए आपको किसी भी प्रकार के भौतिक दस्तावेज (Physical Document) को स्कैन या अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ‘फेस ऑथेंटिकेशन’ पर आधारित है। आपका चेहरा ही आपका प्रमाण है। बस आपके पास अपना आधार नंबर और एक स्मार्टफोन होना चाहिए।
Q2. मोबाइल नंबर अपडेट करने में कितना शुल्क लगता है और पेमेंट कैसे होता है?
UIDAI ने इस ऑनलाइन सेवा के लिए ₹75 (पचहत्तर रुपये) का शुल्क निर्धारित किया है। यह शुल्क पूरी प्रक्रिया और तकनीकी रखरखाव के लिए है। भुगतान आप एप के अंदर ही दिए गए पेमेंट गेटवे के माध्यम से कर सकते हैं, जिसमें UPI (जैसे PhonePe, Google Pay), डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के विकल्प उपलब्ध हैं।
Q3. अगर मेरा चेहरा मैच नहीं हुआ (Face Auth Fail) तो क्या होगा?
कई बार कम रोशनी या खराब कैमरा क्वालिटी के कारण फेस ऑथेंटिकेशन फेल हो सकता है। ऐसे में घबराएं नहीं। सुनिश्चित करें कि आप अच्छी रोशनी वाली जगह पर हैं और आपके चेहरे पर सीधी लाइट पड़ रही है। चश्मा या मास्क हटा दें। अगर बार-बार कोशिश करने पर भी यह काम नहीं करता, तो आपको नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाना पड़ सकता है।
Q4. मोबाइल नंबर अपडेट होने में कितना समय लगता है?
आमतौर पर, जैसे ही आप एप पर प्रक्रिया पूरी करते हैं और पेमेंट हो जाता है, रिक्वेस्ट प्रोसेस हो जाती है। अधिकारिक तौर पर UIDAI 30 दिनों का समय मांगता है, लेकिन डिजिटल प्रक्रिया के कारण अधिकतर मामलों में 24 से 72 घंटों (1-3 दिन) के भीतर आपका नया मोबाइल नंबर आधार डेटाबेस में अपडेट हो जाता है।
Q5. क्या मैं अपने परिवार के अन्य सदस्यों का मोबाइल नंबर भी अपने फोन से अपडेट कर सकता हूँ?
जी हाँ, नए आधार एप की एक खास विशेषता यह है कि आप एक ही स्मार्टफोन में 5 अलग-अलग लोगों के आधार प्रोफाइल मैनेज कर सकते हैं। इसे ‘फैमिली मैनेजमेंट’ फीचर कहते हैं। आप अपने बच्चों या बुजुर्ग माता-पिता के प्रोफाइल को अपने एप में जोड़कर, फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए उनका मोबाइल नंबर अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
अपना ज्ञान परखें (Interactive Knowledge Check)
Q1. नए आधार एप में मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए मुख्य वेरिफिकेशन तरीका क्या है?
A. फिंगरप्रिंट स्कैन
B. आइरिस (आंख) स्कैन
C. फेस ऑथेंटिकेशन (चेहरा स्कैन)
D. हस्ताक्षर वेरिफिकेशन
सही उत्तर: C
Q2. आधार एप के जरिए मोबाइल नंबर अपडेट करने का शुल्क कितना है?
A. ₹50
B. ₹75
C. ₹100
D. निःशुल्क
सही उत्तर: B
Q3. एक आधार एप (स्मार्टफोन) में कितने लोगों का प्रोफाइल जोड़ा जा सकता है?
A. केवल 1
B. 3
C. 5
D. 10
सही उत्तर: C
Q4. UIDAI के अनुसार, मोबाइल नंबर के अलावा भविष्य में कौन सी सुविधाएं एप पर मिलेंगी?
A. केवल जन्मतिथि सुधार
B. केवल जेंडर सुधार
C. नाम, पता और ईमेल आईडी अपडेट
D. नया आधार बनाना
सही उत्तर: C
Q5. फेस ऑथेंटिकेशन के दौरान एप यूजर से क्या करने को कहता है (Liveness Check)?
A. सिर हिलाने को
B. आंखें झपकाने को (Blink)
C. बोलने को
D. हाथ हिलाने को
सही उत्तर: B
