किराए पर रहने वालों के लिए खुशखबरी! UIDAI ने आसान किया आधार एड्रेस अपडेट प्रोसेस — अब बिजली बिल बनेगा नया पता प्रमाण
भारत में आधार कार्ड हर नागरिक की पहचान का प्रमुख दस्तावेज बन चुका है। बैंकिंग, पासपोर्ट, सरकारी योजनाओं से लेकर मोबाइल सिम तक—हर जगह इसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में जब भी किसी व्यक्ति का पता बदलता है, तो आधार कार्ड में एड्रेस अपडेट कराना जरूरी हो जाता है। पहले इसके लिए “रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट” यानी आवासीय प्रमाणपत्र अनिवार्य था, जिसे बनवाना समयसाध्य और जटिल प्रक्रिया थी।
अब यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने एक बड़ा निर्णय लिया है। इस नए नियम के तहत अब नागरिक अपने बिजली बिल के माध्यम से भी आधार कार्ड में पता बदल सकेंगे। यानी अब किराए पर रहने वाले लोगों या बार-बार शिफ्ट होने वालों को किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं होगी। UIDAI का उद्देश्य है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल, तेज और आम नागरिकों के लिए सुविधाजनक बनाई जाए।
UIDAI का नया फैसला: अब बिजली बिल होगा पता बदलने का प्रमाण
UIDAI ने हाल ही में यह घोषणा की है कि अब आवासीय प्रमाणपत्र (Residential Certificate) की जरूरत नहीं होगी। नागरिक अपने हालिया बिजली बिल, पानी का बिल, या गैस कनेक्शन बिल को पते के प्रमाण के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो किराए के मकान में रहते हैं या बार-बार शहर बदलते हैं। पहले उन्हें प्रमाणपत्र बनवाने या मकान मालिक से हस्ताक्षरित दस्तावेज लेने की झंझट से गुजरना पड़ता था।
UIDAI ने कहा कि बिजली बिल जैसे दस्तावेज अब “Address Proof Document” की सूची में शामिल कर दिए गए हैं, जिससे एड्रेस अपडेट प्रक्रिया सरल और विश्वसनीय बनेगी।
आधार में एड्रेस बदलने की नई ऑनलाइन प्रक्रिया
UIDAI ने नागरिकों की सुविधा को देखते हुए एक नया ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप तैयार किया है। अब आधार कार्ड में किसी भी जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर या जन्मतिथि को बदलना या अपडेट करना पूरी तरह ऑनलाइन और OTP आधारित प्रणाली के माध्यम से संभव होगा।
नया ऑनलाइन अपडेट प्रोसेस: चरणबद्ध विवरण
| चरण | प्रक्रिया | आवश्यक दस्तावेज |
|---|---|---|
| 1 | UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉगिन करें | आधार नंबर और OTP |
| 2 | “Update Address” सेक्शन में जाएं | पते से संबंधित बिल (जैसे बिजली बिल) अपलोड करें |
| 3 | दस्तावेज़ सत्यापन के बाद सबमिट करें | वैध एड्रेस प्रूफ |
| 4 | UIDAI द्वारा जांच के बाद नया पता अपडेट हो जाएगा | ईमेल/SMS द्वारा पुष्टि |
इस प्रक्रिया में अब किसी को आधार सेवा केंद्र के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कुछ ही मिनटों में घर बैठे एड्रेस अपडेट संभव होगा।

किराएदारों और शहरी नागरिकों के लिए राहत
UIDAI के इस फैसले से सबसे ज्यादा फायदा किराए पर रहने वाले लोगों को मिलेगा। पहले ऐसे लोगों को “रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट” या मकान मालिक का हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र लाना पड़ता था। अब केवल बिजली बिल की प्रति पर्याप्त होगी, चाहे वह किरायेदार के नाम पर हो या मकान मालिक के।
UIDAI के अनुसार, बिजली बिल के साथ यदि किरायेदार के पास रेंट एग्रीमेंट या वोटर आईडी, पैन कार्ड जैसे पहचान पत्र हैं, तो प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी। इस निर्णय से देशभर में लाखों लोगों को राहत मिलेगी और सरकारी कामकाज की पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
UIDAI ऐप से मिलेगा डिजिटल आधार का नया अनुभव
UIDAI एक नया मोबाइल ऐप भी जारी करने जा रहा है, जिसमें नागरिक अपने आधार को डिजिटल रूप में QR कोड के जरिए सुरक्षित रख सकेंगे। यह ऐप न केवल एड्रेस अपडेट की सुविधा देगा, बल्कि आधार से जुड़े अन्य कार्य जैसे—डाउनलोड, लॉक/अनलॉक, OTP वेरिफिकेशन, और ई-आधार सेविंग की सुविधाएं भी देगा। UIDAI का उद्देश्य है कि भारत के प्रत्येक नागरिक को “एक डिजिटल पहचान, एक क्लिक में सुविधा” के तहत सेवाएं मिले।
समस्तीपुर में आधार केंद्रों की स्थिति और विस्तार योजना
UIDAI की रिपोर्ट के अनुसार, समस्तीपुर जिले में कुल 16 आधार केंद्र सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इनमें से कुछ बैंक, पोस्ट ऑफिस, पंचायत भवन और CSC केंद्रों में स्थित हैं। पहले इन केंद्रों पर लोगों को लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता था। लेकिन अब ऑनलाइन सुविधा आने के बाद इन केंद्रों पर भीड़ में कमी आएगी।
UIDAI ने यह भी कहा है कि नवंबर से लागू होने वाले नए नियमों के बाद, हर जिले में मोबाइल अपडेट वैन और अस्थायी केंद्र भी शुरू किए जाएंगे, ताकि ग्रामीण इलाकों तक यह सुविधा पहुंच सके।
UIDAI के नए नियम से होने वाले प्रमुख फायदे
| लाभ | विवरण |
|---|---|
| 1. आसान प्रक्रिया | अब केवल बिजली बिल से पता बदलना संभव होगा |
| 2. डिजिटल सुविधा | ऑनलाइन पोर्टल और ऐप के माध्यम से घर बैठे अपडेट |
| 3. समय की बचत | प्रमाणपत्र बनवाने की झंझट खत्म |
| 4. किराएदारों के लिए राहत | अब किसी मकान मालिक के दस्तावेज की जरूरत नहीं |
| 5. पारदर्शिता और सुरक्षा | OTP आधारित सत्यापन से डेटा सुरक्षित रहेगा |
महत्वपूर्ण दस्तावेज जो स्वीकार होंगे (UIDAI सूची अनुसार)
| पहचान प्रमाण (Identity Proof) | पता प्रमाण (Address Proof) |
|---|---|
| पैन कार्ड | बिजली बिल |
| पासपोर्ट | गैस/पानी का बिल |
| वोटर आईडी | टेलीफोन/ब्रॉडबैंड बिल |
| राशन कार्ड | बैंक स्टेटमेंट |
| ड्राइविंग लाइसेंस | किराया अनुबंध (Rent Agreement) |
निष्कर्ष
UIDAI का यह निर्णय “डिजिटल इंडिया मिशन” की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब नागरिकों को आधार में पता बदलने के लिए किसी प्रमाणपत्र या सरकारी कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। केवल बिजली बिल या अन्य वैध बिल से यह काम ऑनलाइन हो सकेगा। इससे समय, धन और मेहनत—तीनों की बचत होगी। यह पहल खासतौर पर शहरी किराएदारों, छात्रों और नौकरीपेशा वर्ग के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। UIDAI का यह कदम डिजिटल पारदर्शिता और नागरिक सुविधा दोनों को एक साथ मजबूत करेगा।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या मैं किराए के मकान का बिजली बिल देकर आधार में पता बदल सकता हूँ?
हाँ, UIDAI ने अब बिजली बिल को मान्य दस्तावेज के रूप में स्वीकार किया है। यदि बिजली बिल आपके मकान मालिक के नाम पर है, तो आप अपने किराया अनुबंध या पहचान पत्र के साथ उसे प्रस्तुत कर सकते हैं। इससे प्रक्रिया में कोई दिक्कत नहीं होगी।
2. क्या यह सुविधा सभी राज्यों में लागू होगी?
UIDAI का यह नियम संपूर्ण भारत में लागू होगा। नवंबर से यह सुविधा सभी राज्यों के लिए उपलब्ध होगी और नागरिक UIDAI पोर्टल या मोबाइल ऐप से इसका लाभ उठा सकेंगे।
3. क्या अब रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट की आवश्यकता पूरी तरह खत्म हो गई है?
हाँ, UIDAI ने इस दस्तावेज की अनिवार्यता समाप्त कर दी है। अब बिजली, पानी या गैस बिल को वैकल्पिक प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
4. क्या यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी?
जी हाँ। UIDAI का नया पोर्टल और मोबाइल ऐप, दोनों ही OTP आधारित सुरक्षित प्लेटफॉर्म हैं। नागरिक घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से आधार एड्रेस अपडेट कर सकेंगे।
5. क्या पुराने दस्तावेजों से भी पता बदला जा सकता है?
यदि आपका पुराना बिजली बिल या वैध दस्तावेज 3 महीने से अधिक पुराना नहीं है, तो वह भी स्वीकार किया जाएगा। UIDAI ताजे और स्पष्ट दस्तावेजों को प्राथमिकता देता है।
